विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से लिया संन्यास: भारतीय क्रिकेट में एक युग का अंत
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। यह घोषणा इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज से ठीक पहले की गई है, जिसने क्रिकेट जगत को हिलाकर रख दिया है। कोहली ने अपने 15 साल के शानदार टेस्ट करियर को अलविदा कहते हुए कहा कि यह उनके लिए एक कठिन लेकिन जरूरी फैसला था। आइए, इस खबर को विस्तार से समझें और उनके टेस्ट करियर पर एक नजर डालें।
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कोहली का संन्यास का ऐलान
विराट कोहली ने आज सुबह 11 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। उन्होंने कहा, "टेस्ट क्रिकेट मेरे लिए हमेशा सबसे खास फॉर्मेट रहा है। यह एक ऐसा फॉर्मेट है जिसमें मैंने अपने करियर की शुरुआत की और बहुत कुछ सीखा। लेकिन अब समय आ गया है कि मैं नई पीढ़ी को मौका दूँ और अपने करियर के अगले पड़ाव पर ध्यान दूँ।" कोहली ने यह भी बताया कि वे वनडे और टी20 फॉर्मेट में खेलना जारी रखेंगे, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में अब उनकी वापसी नहीं होगी।
विराट कोहली का टेस्ट करियर: एक नजर
विराट कोहली ने अपना टेस्ट डेब्यू 20 जून 2011 को वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्स्टन में किया था। तब से लेकर अब तक उन्होंने 115 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 49.15 की औसत से 8,848 रन बनाए। उनके टेस्ट करियर में 29 शतक और 30 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 254 नाबाद है, जो उन्होंने 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पुणे में बनाया था। कोहली ने टेस्ट में भारत की कप्तानी भी की और 68 टेस्ट में से 40 में टीम को जीत दिलाई।
आँकड़ा | विवरण |
---|---|
टेस्ट मैच | 115 |
रन | 8,848 |
औसत | 49.15 |
शतक/अर्धशतक | 29/30 |
सर्वश्रेष्ठ स्कोर | 254* (vs दक्षिण अफ्रीका, 2019) |
कप्तानी में जीत | 40 (68 टेस्ट में) |
संन्यास का कारण
कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पिछले कुछ समय से वे टेस्ट क्रिकेट में अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहे थे। हाल के 15 टेस्ट मैचों में उनका औसत 30 से नीचे रहा है, जो उनके करियर औसत से काफी कम है। उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा भारतीय क्रिकेट को अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है, लेकिन अब मुझे लगता है कि मैं उस स्तर पर प्रदर्शन नहीं कर पा रहा हूँ, जो टेस्ट क्रिकेट की माँग करता है। मैं नहीं चाहता कि टीम मेरे कारण किसी भी तरह से प्रभावित हो।" इसके अलावा, कोहली ने अपने परिवार के साथ ज्यादा समय बिताने की इच्छा भी जताई।
प्रशंसकों और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
कोहली के संन्यास की खबर ने क्रिकेट प्रशंसकों को भावुक कर दिया है। X पर #ThankYouVirat ट्रेंड कर रहा है, जिसमें प्रशंसक उनके योगदान को याद कर रहे हैं। पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने कहा, "विराट ने टेस्ट क्रिकेट में भारत को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया। उनकी कप्तानी में भारत ने विदेशों में ऐतिहासिक जीत हासिल की। यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा नुकसान है।" वहीं, सुनील गावस्कर ने कहा कि कोहली का यह फैसला समझदारी भरा है, क्योंकि वे अब छोटे फॉर्मेट पर ध्यान दे सकते हैं।
भारतीय टेस्ट टीम पर प्रभाव
कोहली के संन्यास से भारतीय टेस्ट टीम में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। उनकी जगह लेना आसान नहीं होगा, क्योंकि वे नंबर 4 पर एक मजबूत बल्लेबाज थे। BCCI ने अभी तक उनके रिप्लेसमेंट की घोषणा नहीं की है, लेकिन शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल जैसे युवा खिलाड़ियों पर नजर होगी। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में नए कप्तान जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में टीम को एक नई रणनीति बनानी होगी।
विराट कोहली की उपलब्धियाँ
- भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तानों में से एक (40 जीत)।
- ऑस्ट्रेलिया में दो टेस्ट सीरीज जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान (2018-19, 2020-21)।
- टेस्ट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक (7) बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज।
- 2019 में ICC टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर।
- टेस्ट में 8,000 से ज्यादा रन बनाने वाले छठे भारतीय बल्लेबाज।
आगे की राह
कोहली ने साफ किया कि वे वनडे और टी20 फॉर्मेट में खेलना जारी रखेंगे। उनका लक्ष्य 2025 में होने वाले टी20 विश्व कप में भारत को जीत दिलाना है। इसके अलावा, वे IPL में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की कप्तानी भी करते रहेंगे। कोहली ने यह भी संकेत दिया कि वे भविष्य में कोचिंग या मेंटरशिप की भूमिका निभा सकते हैं।
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- उनकी जगह भारतीय टेस्ट टीम में कौन ले सकता है?
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