कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने 15 मई 2025 को कहा कि INDIA ब्लॉक का गठन कांग्रेस द्वारा अपनी जगह छोड़कर और एकजुट गठबंधन की आवश्यकता को स्वीकार करने के कारण हुआ। ANI से बात करते हुए, खुर्शीद ने जोर देकर कहा कि गठबंधन जरूरी है, लेकिन इसे "अच्छा" बनाने के लिए सभी हितधारकों को मिलकर काम करना होगा। यह बयान वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के उस बयान के बाद आया, जिसमें उन्होंने INDIA ब्लॉक के भविष्य पर संदेह जताया और कहा कि यह "सीमों पर टूट रहा है।" खुर्शीद, जो ब्लॉक की गठबंधन वार्ता में शामिल थे, ने स्वीकार किया कि गठबंधन में सुधार के लिए काम करने की जरूरत है, खासकर 2029 के आम चुनावों के लिए। आइए, INDIA ब्लॉक, खुर्शीद के बयान, और इसके राजनीतिक प्रभावों को समझें।
- सलमान खुर्शीद ने INDIA ब्लॉक के गठन में कांग्रेस की भूमिका को कैसे समझाया?
- पी. चिदंबरम ने गठबंधन के भविष्य पर क्या चिंताएँ जताईं?
- क्या INDIA ब्लॉक 2029 के चुनावों के लिए एकजुट रह सकता है?
- क्षेत्रीय दलों के साथ कांग्रेस के तनाव का क्या प्रभाव है?
- क्या गठबंधन बीजेपी की "निर्मम मशीनरी" का मुकाबला कर सकता है?
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INDIA ब्लॉक: गठबंधन की चुनौतियाँ और कांग्रेस की रणनीति
1. INDIA ब्लॉक का गठन और कांग्रेस की भूमिका (तालिका)
INDIA ब्लॉक का गठन 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने के लिए किया गया। यहाँ गठबंधन की मुख्य विशेषताओं का विवरण है:
पहलू | विवरण | प्रभाव |
---|---|---|
गठन | जुलाई 2023, 28 दलों का गठबंधन | 2024 में 234 सीटें जीतीं |
कांग्रेस की भूमिका | नेतृत्व, सीट-बंटवारा वार्ता | क्षेत्रीय दलों के साथ तनाव |
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2. सलमान खुर्शीद का बयान
खुर्शीद ने कहा, "INDIA गठबंधन तब बना जब हमने स्वीकार किया कि हमें इस लड़ाई में गठबंधन की जरूरत है। हमने अपनी जगह छोड़कर भी गठबंधन किया। गठबंधन जरूरी है, लेकिन यह अच्छा होना चाहिए, और हमें इस पर काम करना होगा।" यह बयान कांग्रेस की उस रणनीति को दर्शाता है जिसमें उसने क्षेत्रीय दलों को जगह देने के लिए अपनी महत्वाकांक्षाओं को कम किया, जैसे कि उत्तर प्रदेश और दिल्ली में सीट-बंटवारे में समझौता करना। हालांकि, खुर्शीद ने यह भी स्वीकार किया कि गठबंधन को मजबूत करने के लिए और काम करने की जरूरत है।
3. पी. चिदंबरम की चिंताएँ
सलमान खुर्शीद और मृत्युंजय सिंह यादव की पुस्तक "Contesting Democratic Deficit" के लॉन्च के दौरान, पी. चिदंबरम ने कहा कि INDIA ब्लॉक "सीमों पर टूट रहा है।" उन्होंने चेतावनी दी कि बीजेपी एक "निर्मम मशीनरी" है, जिसका मुकाबला करने के लिए गठबंधन को सभी मोर्चों पर लड़ना होगा। चिदंबरम ने उम्मीद जताई कि गठबंधन को अभी भी बचाया जा सकता है, लेकिन 2029 के चुनाव महत्वपूर्ण होंगे। उन्होंने कहा, "अगर 2029 में बीजेपी को और मजबूती मिली, तो हम सुधार से परे होंगे।"
4. क्षेत्रीय दलों के साथ तनाव
INDIA ब्लॉक में कांग्रेस और क्षेत्रीय दलों के बीच तनाव स्पष्ट है। उदाहरण के लिए, दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP और कांग्रेस के बीच टकराव ने गठबंधन की एकता पर सवाल उठाए। जनवरी 2025 में खुर्शीद ने कहा था कि गठबंधन "बरकरार रहेगा," लेकिन AAP के नेता संजय सिंह ने कांग्रेस के अजय माकन पर बीजेपी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया। इसी तरह, तृणमूल कांग्रेस (TMC) और समाजवादी पार्टी (SP) जैसे दलों ने कांग्रेस को "जूनियर पार्टनर" के रूप में देखने की प्रवृत्ति दिखाई, जिससे सीट-बंटवारे की बातचीत जटिल हो गई।
5. 2029 के लिए चुनौतियाँ और रणनीति
खुर्शीद ने 2029 के चुनावों के लिए बड़े पैमाने पर सोचने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गठबंधन को केवल सीटों की संख्या पर ध्यान देने के बजाय, चुनावी रुझानों में "बड़ा उलटफेर" करने की दिशा में काम करना चाहिए। चिदंबरम ने सुझाव दिया कि गठबंधन को पांच साल तक पोषित करना होगा, जैसे कि केरल और तमिलनाडु में हुआ। हालांकि, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कांग्रेस को अपनी नेतृत्व भूमिका को "अर्जित" करना होगा, न कि इसे स्वाभाविक मानना होगा।
निष्कर्ष
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सलमान खुर्शीद का बयान INDIA ब्लॉक की ताकत और कमजोरियों दोनों को उजागर करता है। कांग्रेस ने गठबंधन के लिए अपनी जगह छोड़ी, लेकिन क्षेत्रीय दलों के साथ तनाव और बीजेपी की संगठनात्मक शक्ति इसे चुनौती दे रही है। क्या INDIA ब्लॉक 2029 में बीजेपी का मुकाबला कर पाएगा? इसका जवाब गठबंधन की एकता और रणनीति पर निर्भर करेगा।
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- क्या कांग्रेस की गठबंधन रणनीति 2029 में सफल होगी?
- क्षेत्रीय दलों के साथ तनाव को आप कैसे देखते हैं?
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यह लेख अध्ययन से संबंधित जानकारी के लिए है और सामान्य स्रोतों से एकत्रित किया गया है। हम सटीकता की गारंटी देते हैं, परंतु यदि कोई त्रुटि हो तो क्षमा के प्रार्थी हैं और आप फीडबैक दे सकते हैं। यह सामग्री मूल है; बिना अनुमति उपयोग प्रतिबंधित।
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